छत्तीसगढ़ महासमुंद भूतिया कहानी।
नमस्ते दोस्तो मेरा नाम है। रोहन और आज मैं आपको ऐसी सच्ची घटना बताने जा रहा हूं जो छत्तीसगढ़ के महासमुंद के एक गांव है। जो मुझे नेतराम जी ने भेजी है।
नीरज बताते है कि करीब 16 साल पहले मेरी भाभी जो उस समय पेट से थी उनकी अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण उनका देहांत हो जाता है। और उनके पेट में जो बच्चा था वह भी नही बच सका। उनकी मौत देर रात 12 बजे हुई। इस कारण उनका अंतिम संस्कार दूसरे दिन रखा गया । हमारे यहां इस तरह की मौत से गांव वाले बहुत डरते है। और उनका मानना है कि अगर गर्भवती औरत की अचानक मृत्यु हो जाए और उसका सही समय पर सही से अंतिम संस्कार न होए तो वह औरत चुड़ैल बन जाती है। इसी वजह से सब चाह रहे थे की जल्दी से जल्दी भाभी का अंतिम संस्कार कर दिया जाए। रात में भाभी की लाश को जमीन पर रखा हुआ था। और सिर्फ दो लोग ही उस कमरे में थे। और बाकी लोग विचार करके घर के बाहर बैठे हुए थे।जिस कमरे में लाश रखी हुई थी उसमे मेरे मामा और मामी ही थे। मैं मेरे रिश्तेदारों को खबर करने दूसरे गांव में गया हुआ था। मेरे मामा को बाथरूम जाना था। तो मेरे मामा मामी से कहते है। की मैं बाथरूम से होकर आता हूं। तुम मेरे आने तक यही पर बैठे रहना । और फिर मामा यह बोल कर वहा अकेली मामी और लाश को छोड़कर आ जाते है । लेकिन 10 मिनट तक मामा के कमरे में वापस नहीं आने पर लाश को सामने देखकर मामी को गांव वालो की कही हुई बात याद आने लगती है । की अगर किसी गर्भवती महिला की मृत्यु हो जाये तो वह चुड़ैल बन जाती है। और फिर वह घबरा कर वहा पास रुक नही पाती है। और फिर वह घर से बाहर आकर मामा को देखने लगती है। मामा वहा पास बाकी आदमियों के साथ बीड़ी पी रहे थे।
मामा ने मामी को बाहर देखकर गुस्से से बोला की लाश को छोड़कर बाहर क्यू आ गई तो मामी ने उनको चिल्लाते हुए कहा की अकेले मुझे अन्दर डर लग रहा था। और तुमने इतना समय लगा दिया तो तुम्हे देखने के लिए मैं बाहर आ गई। फिर मामा ने मामी को साथ में फिर अंदर चलने के लिए कहा।
"लाश गायब थी"
जब अंदर उन्होंने जाकर देखा तो लाश वहा अंदर थी ही नहीं वह दोनो बहुत ज्यादा घबरा गए और चिल्ला चिल्लाकर बाहर बैठे लोगो को बुलाने लगे। और फिर बाहर बैठे लोगों ने जब उनकी आवाज सुनी तो सब अंदर आ गए और उन्होंने देखी तो लाश नही थी तो सभी लोग लाश को ढूंढने लगे। तभी एक आदमी जोर से चिल्लाता की ऊपर देखो लाश ऊपर चिपकी हुई । फिर सब देखकर कहने लगते है की ये लाश ऊपर कैसे पहुंच गई।
कही ये लाश चुड़ैल तो नही बन गई हैं । ऐसा कह कर वे सभी लोग बहुत ज्यादा डर गए। कोई भी लाश को नीचे उतारने की कोशिश भी कर रहा था। लाश का दोनो हाथ लकड़ी को अपने पीछे जोर से पकड़ा हुआ था । आपको पता ही होगा की गांव का घर खप्पर वाला मकान होंता है तो उनका भी मकान ऐसा ही था तभी वही भईया पहुंचे और उन्होंने भाभी की लाश को टेबल की मदद से ऊपर चढ़के उनकी लाश को पकड़ा और कुछ लोगो की मदद लेकर उसकी भारी लाश को नीचे उतारा ।
फिर सभी ने मिलकर यह प्लान बनाया की इस लाश का जल्दी से जल्दी हमको अंतिम संस्कार करना पड़ेगा। तभी सभी लोग उस लाश का रातों रात अंतिम संस्कार कर देते है। तब से उस गांव में उस दिन की घटना को देखकर सभी घर वालो को ऐसा लगता है की उसकी भाभी अब चुड़ैल बन चुकी है इससे कुछ सालो तक उस गांव के सभी लोगो में डर का माहौल हो गया था ।





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